ए. वेलुमणि का जन्म 12 अप्रैल 1959 को कोयंबटूर के पास अप्पनायकेनपट्टी पुदुर नामक गाँव में एक LANDLESS LABOUR KE परिवार में हुआ था।
वह एक साधारण किसान के बेटे थे, उनकी माँ, भैंसों को पालकर और उनका दूध बेचकर परिवार का भरण-पोषण करती थीं,
वेलुमणि की शिक्षा यात्रा श्री वेंकटेश्वरा हाई स्कूल से शुरू हुई। 19 वर्ष की आयु में, उन्होंने कोयंबटूर के श्री रामकृष्ण मिशन विद्याालय
कॉलेज ऑफ आर्ट्स एंड साइंस से विज्ञान में GRADUATION की डिग्री प्राप्त की। ज्ञान की उनकी प्यास ने उन्हें अपने गाँव की सीमाओं से परे धकेल दिया।
1979 में, वेलुमणि ने कोयंबटूर की एक छोटी फार्मास्युटिकल कंपनी जेमिनी कैप्सूल्स में शिफ्ट केमिस्ट के रूप में अपना करियर शुरू किया।
लेकिन नियति ने उनके लिए कुछ और ही तय कर रखा था। केवल तीन वर्षों के बाद, कंपनी बंद हो गई।
1982 में, वेलुमणि ने मुंबई में भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र (BARC) में एक लैब असिस्टेंट के रूप में काम करना शुरू किया। यह उनके जीवन
का महत्वपूर्ण मोड़ था। बीएआरसी में अपने 14 साल के करियर के दौरान, उन्होंने THYROID BIOCHEMISTRY में मास्टर और DOCTORAL की डिग्री हासिल की,
और BAD ME वैज्ञानिक के पद तक पहुंचे। विज्ञान के प्रति उनके समर्पण और ज्ञान की उनकी अनवरत खोज ने 1995 में उनकी DOCTORAL की डिग्री के रूप में परिणाम दिया।
लेकिन उनके जीवन का NEXT PART उन्हें अपनी नौकरी KO छोड़कर एक बड़े सपने की ओर ले जाने वाला था।
1996 में, वेलुमणि और उनकी पत्नी सुमति ने एक RISK TAKING कदम उठाया। वेलुमणि ने BARC छोड़ने का फैसला किया और अपना खुद का DIAGNOSTIC लैब शुरू किया।
उनके छोटे से मुंबई के अपार्टमेंट में थायरोकैयर की स्थापना हुई, । सुमति, जो भारतीय स्टेट बैंक में काम कर रही थीं
, SUPPOTED HER husband's vision दोनों ने अपनी नौकरियाँ छोड़ दीं ताकि वे कुछ बड़ा बना सकें। Through innovation and a franchise model, Thyrocare grew rapidly,
offering affordable diagnostic services.। वेलुमणि के LEADERSHIP में, यह भारत में सबसे बड़ा
THYROID TESTING प्रयोगशाला बन गया, जिसके 1,000 से अधिक केंद्र भारत, नेपाल, बांग्लादेश और मध्य पूर्व में फैले हुए हैं।
अप्रैल 2016 में, थायरोकैयर का आईपीओ (Initial Public Offering) जबरदस्त सफलता के साथ पेश हुआ, जो 72.86 गुना अधिक
सब्सक्राइब हुआ, marking Velumani’s place in the annals of Indian business history.। वेलुमणि KI VISION केवल THYROID TESTING तक सीमित नहीं थी।
2010 में, उन्होंने Nueclear Healthcare LIMITED की स्थापना की, WHO providED AN affordable cancer-related imaging services.।
CUTTING COST OF TREATMENT , न्यूक्लियर ने जरूरतमंदों को जीवनरक्षक diagnostics प्रदान किए।
फिर भी, जब उनका जीवन सफलता की ऊंचाइयों पर था, Velumani faced an immense personal tragedy। अक्टूबर 2015 में,
उनकी पत्नी सुमति, जो जीवन और व्यवसाय दोनों में उनकी साथी थीं, को pancreatic cancer का पता चला। तमाम कोशिशों के बावजूद,
सुमति का 13 फरवरी 2016 को 55 वर्ष की आयु में निधन हो गया। नुकसान गहरा था, लेकिन वेलुमणि ने उनकी याद
को सम्मानित करने के लिए उनके मिशन को आगे बढ़ाना जारी रखा, जो किफायती स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने का था।
तमिलनाडु के एक छोटे से गाँव से लेकर भारत की सबसे DIAGNOSTIC LABS COMAPANY BANANE TAK
और सुलभ डायग्नोस्टिक सेवाएं प्रदान कर रहे TAK । ए. वेलुमणि ने अनगिनत लोगों के जीवन को बदल दिया उनकी विरासत केवल सफलता की नहीं है, बल्कि मानवता की सेवा की भी है।
Velumani’s legacy is not just one of success, but one of service to humanity.